भेजा अपने लालो को सरहद पे दुश्मनों को मिटाने को 1 ललकारा उनको कहा ओजस्वी वाणी से, वीरता अपनी दिखाने को l बोला हुंकार भर के आज अब तेरी बारी हैं l भारत माँ की रक्षा के लिये दूध की कीमत आज तुझे चुकानी हैं l लड़ना तुम डट के सीमा पे और भय से ना घबराना l एक, दो, चार नहीं कम से कम सौ दुश्मन मार के आना l ना सोचना घर परिवार के बारे में, ये देश हमारा हैं l इसी मिट्टी में पले बड़े हम, ये हमें जा से भी प्यारा हैं l लगाना पढ़े जा की बाजी, तो भी तुम ना पीछे हटना l किसी भी कीमत पे, शत्रुऑ के तुम दाँत खट्टे करना l अगर वीरगति को प्राप्त हुए तो भी ना होंगी आंखे मेरी नम l मै ही नहीं पूरी देश की माताए करेंगी तुझे शत शत नमन l मै ही नहीं पूरी देश की माताए करेंगी तुझे शत शत नमन l "स्नेहिल राज " उप महाप्रबंधक -NTPC काँटी, मुजफ्फरपुर बिहार
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