माथे पे पगड़ी, गले मे गमझा और धोती पहनावा हो , जिसकी पहचान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ***** पौ फटते ही कंधो पे हल और साथ में हो बैल, जिसकी हो पहचान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll **** ***** ***** हाथों में हँसिया और ज्येष्ठ में गेहूं की बाली कटती, जिसकी हो पहचान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ***** काम करते जिसके स्वर्ण रूपी पसीने से भीगे हो परिधान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ***** गमझे में लपेटी रोटी, गुण और मट्ठा से खेतो में जो करता हो जलपान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ****** आधे पाँव पानी में, भीगी हो धोती और जो रोप रहा हो धान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ****** ***** जिसके हाथ सने हो भूसे, खुदी, पानी से नाद में और परोसे मवेशियों को खान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ****** जो पूरी भारत की अर्थव्यवस्था की हो जबरदस्त शान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ***** जो सुबह और सायं होते ही गाय -भैसों से दूध निकाले इंसान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ***** ***** जो तन, मन और अन्न से सबको पोषित करता रहता हो और जिसके लिये सरकारे बनी रहे अनजान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll ***** ****** ***** भले ही वंचित धन से पर जो भरा हो जीवन ऊर्जा से और हो निष्ठवान l वो कोई और नहीं, बल्कि हैं अपना पूजनीय किसान ll
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