Short Stories



  सपने  

  Ashok Yogi "Shastri"         2020-06-29 02:10:57

आज घर की रसोई मे पकवानों की भीनी भीनी महक आ रही थी ! दरअसल आज मेरा' नीट ' का परीक्षा परिणाम आना था और मम्मी मेरी सफलता के प्रति पूर्णतया आश्वस्त थी ! इसलिए पड़ोसियो को पार्टी देने की पूरी तैयारी थी !
मग़र मेरे दिल मे उथल पुथल मची हुई थी !

तभी घर की डोरबेल कोयल सी चहकी !
" अन्नू ..देखो तो जरा.. दरवाजे पर कौन है "? मम्मी ने रसोई से आवाज लगाई !
मैने दोड़कर दरवाजा खोला तो पापा खड़े थे ! उनके हाथ मे मेरा रिजल्ट कार्ड था !
रिजल्ट कार्ड देखकर मेरा दिल धड़कने लगा !
लो तुम्हारी लाडली अबकी बार भी 10 मार्क्स से रह गई ! पापा ने घर मे घुसते हुए मम्मी को ताना मारते हुए कहा !

हाय ! इस लड़की ने तो हमारी ईज्जत धूल मे मिला दी ! पड़ोसियों  के आगे अब कौनसा मुँह लेकर निकलेंगे !
दो वर्ष मे  पाँच लाख रूपये इसकी कोंचिंग पर खर्च कर दिए मग़र नतिजा वही ढाक के तीने पात ! सारे दिन इसको डांस से फूर्सत मिले तब ना ! मम्मी ने अपने सारे सपनों के बोझ की गठड़ी मेरे सिर पर लाद दी थी !

मै कहना चाहती थी ,मम्मी मुझे डाक्टरी नही ,नृत्य पंसद है ! मैने राज्य स्तर पर नृत्य मे प्रथम स्थान प्राप्त किया है !अपने सपने मेरे ऊपर मत थोपो ! मुझे मेरे सपने पुरे करने दो!

मग़र हाय रे संस्कार !तुम्हारे  जबान पर लगाए हुए तालों के कारण मेरे शब्द कण्ठ मे ही फड़फड़ा कर दम तोड़ चूके थे ! 

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