Poems



 आँखे   

  Deepak yogi       2020-06-21 17:59:42

दिल से दिल मिलती है ये प्यारी आँखे  
कभी दुश्मन को दोस्त बनाती है ये आँखे। 
सबको अपनी उँगलियों पर नचाती  है  ये आँखे ,
खुद की नज़र में गिराती  और उठाती  है  आँखे। 

कभी दिल की जुबान बन प्यार जताती है आँखे  
गम और खुशी  में आँशु  बहाती है आँखे । 
अंधकार से सदा हमें बचाती हैं आँखे  
ईश्वर का एहसास कराती हैं आँखे । 

न जाने रोज कितनी सारी खुशियां दे जाती हैं आँखे  ,
पैदा होते ही खुलती हैं आंखें और संसार से विदा होते ही ,
 बंद हो जाती है हमारी यह प्यारी आँखे ,
सचमुच ईश्वर का सबसे सुंदर उपहार आँखे ,
 नमन उस प्रभु का जिसने हमें दिए प्यारी आँखे । 

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