दिल से दिल मिलती है ये प्यारी आँखे कभी दुश्मन को दोस्त बनाती है ये आँखे। सबको अपनी उँगलियों पर नचाती है ये आँखे , खुद की नज़र में गिराती और उठाती है आँखे। कभी दिल की जुबान बन प्यार जताती है आँखे गम और खुशी में आँशु बहाती है आँखे । अंधकार से सदा हमें बचाती हैं आँखे ईश्वर का एहसास कराती हैं आँखे । न जाने रोज कितनी सारी खुशियां दे जाती हैं आँखे , पैदा होते ही खुलती हैं आंखें और संसार से विदा होते ही , बंद हो जाती है हमारी यह प्यारी आँखे , सचमुच ईश्वर का सबसे सुंदर उपहार आँखे , नमन उस प्रभु का जिसने हमें दिए प्यारी आँखे ।
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