Poems



 "आजादी तु इतनी महंगी क्यों हैं " 

  Rlaxmilevin       2020-08-15 07:39:58

आजादी की तलब सबको है, 
पर आजाद होना आसान नहीं।

 कीमत अनमोल हैं इस शब्द की, 
मिटानी पडती हैं अपनी मौजूदगी। 

गंवाना पडता हैं सब कुछ यहां 
पाने पर इसको, बचता कुछ भी नहीं।। 

तोड जंजीरे, काट बेड़िया 
चल ली मैं  भी तेरे संग यहां 

प्यार बहुत है तुझसे सबको 
त्याग तेरे लिए यहां आसान नहीं।। 

।। आजादी जिंदाबाद।। 

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