Poems



 नया उजाला 

  Anurag Sharma       2020-08-13 08:57:52

कुछ ख्वाहिशें है दिल में,
अरमान भी बड़े है,
पाने को उनको ,
उस डगर पर चल पड़े है....

वक़्त कुछ लगेगा,
सब्र तो करना पड़ेगा,
राह ना होगी आसान,
पथरीले रास्तों पे चलना तो पड़ेगा.....

मिल जाएगी मंजिल ,
बस तू खुद को रुकने ना देना,
ठिठक भले ही जाए कदम,
पर उन्हें थमने ना देना...

फिर होगा वो उजाला ,
खुशियों के सूरज का ऐसा,
पा जाएगा वो मुकाम,
खुली आंखों से देखे ख्वाबों में देखा वैसा। 

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